करबर्ग के मुताबिक, अब हम फेक न्यूज की जानकारी मिलने का इंतजार नहीं करते बल्कि खुद रखते हैं नजर
न्यूयॉर्क. फेसबुक के फाउंडर और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा है
कि सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाने वाले तेजी से बढ़ रहे हैं। फेसबुक की
कोशिशों के बावजूद सोशल मीडिया पर ऐसे लोग हैं, जिनके पास
पैसे की कमी नहीं है और जो समय के साथ चालाक होते जा रहे हैं। ऐसे में उनसे
मुकाबला करने के लिए हमें हर दिन तकनीकी रूप से ज्यादा मजबूत होना पड़ रहा
है। अब लोकतंत्र को बचाना हथियारों की दौड़ में शामिल होने जैसा है।
वॉशिंगटन पोस्ट के लिए लिखे गए अपने लेख में जुकरबर्ग ने कहा कि जब आप
लोगों को जोड़ने की कोशिश करते हैं तो आपको अच्छाई के साथ सेवाओं की बुराई
करने वाले भी दिखाई देते हैं। फेसबुक में हमारी जिम्मेदारी है कि हम अच्छे
और बुरे को अलग करें।
अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने वाले अभियानों का पता नहीं लगा सके : जुकरबर्ग
ने कहा, "स्वतंत्र और साफ चुनाव हर लोकतंत्र में अहम है। 2016 चुनाव के
दौरान हमने फेसबुक के जरिए ऐसे कई साइबर हमलों को नाकाम किया। लेकिन हम यह
पता लगाने में नाकाम रहे कि अमेरिका की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित
करने के लिए कुछ लोग बाहर काम कर रहे हैं। इसके बाद से ही हम लगातार
चुनावों से छेड़छाड़ की कोशिश करने वालों के खिलाफ अपनी सुरक्षा बढ़ा रहे
हैं।" इसी साल कुछ रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ था कि फेसबुक के जरिए हैकर्स
ने अमेरिकी चुनावों को प्रभावित किया। इसके लिए जुकरबर्ग को अमेरिकी संसद
के सवालों का सामना करना पड़ा था।
गलत जानकारियों के प्रसार पर रोक लगाना मकसद: फेक न्यूज और
प्रोपेगंडा फैलाने वाले विज्ञापनों पर जुकरबर्ग ने कहा, "हम 2016 के बाद से
सरकार, टेक कंपनियों और एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि
फेसबुक का दुरुपयोग रोक पाएं। अब हम इंतजार नहीं करते कि कोई हमें फेक
न्यूज या अजीब गतिविधियों के बारे में जानकारी देगा। बल्कि खुद ही चुनावों
में संभावित नुकसान पहुंचाने वाली सामग्री पर नजर रखते हैं और उन्हें डिलीट
कर देते हैं। हाल ही में हमने ब्राजील के राष्ट्रपति चुनाव से पहले गलत जानकारियां फैलाने वाले अकाउंट्स के एक नेटवर्क को खत्म किया।"
मध्यावधि चुनाव में सरकार के साथ रोकेंगे गड़बड़ियां: अमेरिका
में इसी नवंबर में मध्यावधि चुनाव होने हैं। इस पर जुकरबर्ग ने बताया,
"पिछले कुछ समय में हमने फ्रांस, मैक्सिको, जर्मनी और इटली के चुनावों को
बाहरी हस्तक्षेप से बचाने के लिए काम किया। हम अभी भी तकनीक में जरूरी
निवेश कर रहे हैं, ताकि किसी भी खतरे से निपटा जा सके। जर्मनी में हमने
सरकार के साथ मिलकर काम किया। हालांकि, हमारे दुश्मन भी तैयारी के साथ
सामने आ रहे हैं। अमेरिका के लोकतंत्र को बचाने के लिए सरकारी और निजी
क्षेत्र को एक साथ आगे आना होगा।"
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